यह बटला हॉउस वाला आरिज़ खान अवश्य किसी ग़रीब दीन-ओ-ईमान वाले रोज़े से पाबंद मास्टर या दर्ज़ी का बेटा होगा। टूट-फूटा घर, बजबजाते हुए नाले की गन्ध, कुछेक बकरियाँ, फटी लुँगी, आधा दर्ज़न भाई-बहन, छेदा टोपी पहने रिश्तेदार और बेकसूर की माँ अब नियमित रूप से NDTV/आज़ तक/न्यूज़ 24 जैसे चैनलों के प्राइम टाइम पर दिखने लगेंगे। फाँसी से पहले हाई कोर्ट/सुप्रीम कोर्ट की अपीलें और उसे बेक़सूर बताते, कानूनी मदद देते उलेमा खूब दिखेंगे।